II- GDS to MTS Exam - Postal Manual Valume- V ( Definitions)



➤पारवहन डाक कार्यालय : - रेडासे की एक शाखा कार्यालय है जहां बंद थैले प्राप्त किए जाते हैं और प्रेषित किए जाते हैं , इस कार्यालय में पत्रों की छंटाई नहीं की जाती । डाक अभिकर्ता या डाक रक्षक इस कार्यालय का प्रभारी होता है । आवश्यकता के अनुसार यह कई सेटों में भी काम करता है ।
➤कम्प्यूटरीकृत पारवहन कार्यालय : - कुछ शहरों के डाक पारवहन कार्यालयों में कम्प्यूटरों का इस्तेमाल किया जाता है । इन्हें कम्प्यूटरीकृत टी एम ओ कहा जाता है ।

 ➤छंटाई कार्यालय : - जिस कार्यालय को प्राप्त होने वाले छंटाई डाक थैलों को खोलने और उनके अन्दर की चीजों को निपटाने का काम सौंपा गया है उसे छंटाई कार्यालय कहा जाता है । छंटाई कार्यालय में छंटाई के लिए हर किस्म की वस्तुएं आ सकती हैं । छंटाई कार्यालय का उपयोग यह है कि इससेे-
 ( क ) अन्य कार्यालयों के छंटाई के काम को सरल बनाया जा सके
( ख ) डाकघरों के बीच अदले - बदले जाने वाले थैलों की संख्या कम की जा सके
( ग ) डाक - मार्गों पर ले जाई जाने वाली डाक के वजन को कम किया जा सके ।

➤स्वचालित डाक संसाधन केन्द्र : - प्रमुख नगरों में जहां डाक का आवागमन ज्यादा है , छंटाई मशीनें लगाई गई हैं , जिनकी छंटाई की गति अधिक है । अब ये मशीनें मुंबई तथा चेन्नई में लगाई गई हैं ।

 ➤कम्प्यूटरीकृतरजिस्ट्री केन्द्र : - छंटाई कार्यालय के रजिस्ट्री बैंच जहां पर रजिस्ट्री कार्य कम्प्यूटरों पर किया जाता है कम्प्यूटरीकृत रजिस्ट्री छंटाई केन्द्र ( सी आर सी ) कहा जाता है । यह कम्प्यूटरीकृत रजिस्ट्री केन्द्र छंटाई कार्यालय में स्थित हो सकता है या किसी अलग स्थान पर भी ।

➤ उप छंटाई कार्यालय : - उप छंटाई कार्यालय वह उप - डाकघर है जो बहुत से डाक - मार्गों के जंक्शन पर अथवा उसके निकट स्थित होने के कारण इस आशय से चुना जाता है कि जिन कार्यालयों का रास्ता उस उप - छंटाई कार्यालय से होकर जाता है , उन कार्यालयों के पते पर भेजी गई अथवा वहां से प्राप्त वस्तुओं के लिए वह छंटाई कार्यालयके रूप में काम कर सके । छंटाई के लिए इसे हर प्रकार की वस्तुएं प्राप्त करने का अधिकार होता है ।

➤नोडल डाकघर : - कुछ प्रमुख नगर व टाउनों में कुछ डाकघरों को प्राधिकृत किया जाता है कि वे पड़ोसी डाकघरों से डाक प्राप्त करें और रेडासे अधीक्षकों द्वारा दिए गए छंटाई डयाग्राम के अनुसार प्राप्त डाक की छंटाई करें । इस से स्थानीय छंटाई कार्यालयों में दिवसांत के कार्य के दबाव को कम किया जा सकता है । ऐसे कार्यालयों को नोडल डाकघर माना जाता है ।

➤पुनः प्रेषण केन्द्र : - पुनः प्रेषण केन्द्र डाक - सर्किल के मुख्यालय में स्थित होता है और इसका काम उन वस्तुओं का निपटारा करना है जिन पर किसी का दावा न हो और जिन्हें लेने से इन्कार किया जा चुका हो और जिन पर किसी का पता न हो अथवा जिन पर दिया हुआ पता अस्पष्ट या अधूरा हो ।

➤लिप्यंतरण केन्द्र : - लिप्यंतरण केन्द्र सर्किल के मुख्यालय में स्थित छंटाई कार्यालय या सर्किल के किसी अन्य कोई / सुविधाजनक छंटाई कार्यालय का छोटा सा सेल है । यह लिप्यंतरण केन्द्र डाकघरों या छंटाई कार्यालयों में डाली गई वस्तुओं पर क्षेत्रीय भाषाओं में लिखित पतों को अंग्रेजी में लिप्यंतरित करता है ।

➤डाक विनिमय केन्द्र - डाकघर या छंटाई कार्यालय या अनुभाग जो विदेशों में स्थित कार्यालयों के साथ डाक का आदान - प्रदान करता है , डाक विनिमय केन्द्र के नाम से जाना जाता है । जब वह किसी दूसरे देश में स्थित किसी डाक विनिमय केन्द्र के लिए डाक तैयार करता और भेजता है तब उसे प्रेषण डाक विनिमय केन्द्र कहा जाता है , जब कि किसी दूसरे देश के किसी डाक विनिमय केन्द्र के नाम से पुकारा जाता है , उनके लिए " जावक डाक विनिमय केन्द्र " और " आवक डाक विनिमय केन्द्र " शब्दों का भी इस्तेमाल किया जाता है । ऐसे कार्यालय भी , जो कि आवक और जावक दोनों ही डाक विनिमय केन्द्र के रूप में काम करते हैं , कुछ खास देशों के मामले में किसी एक हैसियत में ही काम कर सकते हैं ।

➤पारवहन डाक विनिमय केन्द्र -
सीमा पर स्थित ऐसा डाक विनिमय केन्द्र , जो भारत के दूसरे डाक विनिमय केन्द्रों के नाम भेजे गए या उनसे प्राप्त बंद थैलों को ही प्राप्त करता है या भेजता है , पारवहन डाक विनिमय केन्द्र के नाम से जाना जाता है । ऐसा केन्द्र न तो विदेशों के लिए थैले बंद करेगा और न ही विदेशों के आवक थैलों को खोलेगा । इसका काम सिर्फ इतना है कि किसी विदेश प्रशासन के वाहन या कर्मचारियों के जरिए डाक का आदान - प्रदान करे ।

➤विदेश डाकघर :  " विदेश डाकघर " एक ऐसा डाक विनिमय केन्द्र है , जहां विदेश डाकघर सीमा शुल्क निर्धारित करने का काम भी किया जाता है । यद्यपि बहुत से डाक विनिमय केन्द्रों में डाक खोली जा सकती है ( और ऐसी डाक वस्तुएं छोड़ी जा सकती है , जिनके अंदर शुल्क लगाने योग्य किसी वस्तु के होने का संदेह न हो ) , यद्यपि शुल्क का वास्तविक निर्धारण ( और आवश्यकता पड़ने पर इसके लिए डाक वस्तुओं को खोलने का काम ) केवल विदेश डाकघर में किया जाता है । जो डाक वस्तुएं एक डाक विनिमय केन्द्र में प्राप्त हुई हों और जिनके अंदर शुल्क लगाने योग्य माल होने का संदेह हो , लेकिन उनका वितरण ऐसे डाकघर से किया जाना हो जो कि किसी दूसरे डाक विनिमय केन्द्र के अधिक निकट हो तो उन डाक वस्तुओं को वास्तविक जाँच और शुल्क निर्धारण के लिए परवर्ती डाक - विनिमय केन्द्र में भेज दिया जाता है ।

➤विदेश उप डाकघर- उप विदेश डाकघर एक ऐसा डाकघर है जो कि डाक विनिमय केन्द्र नहीं है ( यानी जो दूसरे देशों के लिए न तो थैले बंद करता है और न विदेशों से उसके नाम पर भेजे गए थैलों को प्राप्त ही करता है , लेकिन वहां पर सीमा शुल्क की जांच , निर्धारण और सीमा शुल्क का लेखा रखने का काम किया जाता है । ऐसे उप विदेश डाकघर मुख्यत : प्रेषकों और पाने वाले व्यक्तियों की सुविधा के लिए खोले जाते हैं , जिन्हें अपनी विदेश डाक व स्तुओं को छुड़ाने या प्रेषण के लिए दस्तावेज वगैरह पेश करना पड़ सकता है ।

➤पारवहन अनुभाग : - रेल डाक व्यवस्था के वे चल कार्यालय जो रेल या नदी स्टीमर मार्गों पर काम करते हैं , पारवहन अनुभाग कहलाते हैं । पारवहन अनुभाग के सेट के इंचार्ज अधिकारी को डाक रक्षक या डाक एजेंट कहा जाता है ।

➤डाक कार्यालय : - डाक कार्यालय रेल डाक व्यवस्था के स्थिर कार्यालय हैं और ये दो प्रकार के होते हैं - छंटाई डाक कार्यालय और पारवहन डाक कार्यालय । इन दोनों में मुख्य अंतर है कि पहले कार्यालय तो उनके पते पर भेजे गये डाक थैलों के अन्दर की वस्तुओं और बन्द अग्रप्रेषित थैलों दोनों का निपटारा करते हैं , लेकिन पारवहन डाक कार्यालय का संबंध क वल बन्द थैलों से है । छंटाई डाक कार्यालय के एक सेट के प्रभारी अधिकारी को प्रधान छंटाई सहायक और पारवहन डाक कार्यालय के एक सेट के प्रभारी अधिकारी को डाक एजेंट कहा जाता है , चाहे उस पद पर काम करने वाले व्यक्ति की हैसियत जो भी हो ।


 ➤कार्पोरेट डाक कार्यालय ( काडाका ) या थोक डाक कार्यालय ( थोडाका ) : - कार्पोरेट डाक की वृद्धि के कारण बड़े शहरों में रेडासे यूनिट , जैसे , कार्पोरेट डाक कार्यालय / थोक डाक कार्यालय खोले गए हैं । कोई फर्म जो एक साथ 5000 साधारण डाक की वस्तुएं / 250 रजिस्ट्री वस्तुएं प्रेषण के लिए प्रस्तुत कर सकता है तो उसे थोक डाककर्ता के रूप में पहचाना जाता है । ऐसे थोक डाककर्ताओं को एक संस्करित छंटाई सूची ( कस्टमाइज्ड सार्टिंग लिस्ट ) दी जाती है । इसी संस्करित छंटाई सूची के अनुसार थोक डाक को थोक डाककर्ता कई बंडलों में प्रस्तुत करेगा । तैयार किए गए बंडलों का विवरण दो प्रतियों में बीजक तैयार की जाएगी और उसे बंडलों के साथ थोक डाक कार्यालय पर प्रभारी अधिकारी को सौंपा जाएगा । यह प्रभारी अधिकारी प्रत्येक थोक डाक कर्ता से प्राप्त बंडलों की जांच बीजक के आधार पर करेगा और बंडलों को गंतव्य स्थान के आधार पर अलग करके रखेगा ।
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